नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2025 – भारत सरकार ने आज एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है जिसे नाम दिया गया है “ग्रीन मेट्रो मिशन”। इस मिशन का उद्देश्य देशभर की मेट्रो रेल सेवाओं को 100% नवीकरणीय ऊर्जा पर चलाना और सार्वजनिक परिवहन को और अधिक पर्यावरण–अनुकूल बनाना है।
🚉 क्या है ग्रीन मेट्रो मिशन?
इस योजना के अंतर्गत मेट्रो नेटवर्क को धीरे-धीरे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और ग्रीन हाइड्रोजन ईंधन पर शिफ्ट किया जाएगा।
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पहले चरण में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद की मेट्रो को शामिल किया गया है।
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अगले 5 वर्षों में इसे देश के 15 बड़े शहरों तक विस्तार देने का लक्ष्य रखा गया है।
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मेट्रो स्टेशनों पर सोलर पैनल और ग्रीन पावर ग्रिड लगाए जाएंगे।
⚡ सरकार का बयान
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री ने कहा:
“यह मिशन सिर्फ़ परिवहन व्यवस्था को बदलने का प्रयास नहीं है, बल्कि यह भारत को नेट ज़ीरो एमिशन की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ाने की ऐतिहासिक पहल है। आने वाले समय में लोग मेट्रो को न केवल सुविधाजनक बल्कि सबसे टिकाऊ और सस्ता विकल्प मानेंगे।”
📊 ग्रीन मेट्रो मिशन से होने वाले फायदे
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कार्बन उत्सर्जन में कमी – प्रदूषण कम होगा।
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ऊर्जा बचत – आयातित तेल पर निर्भरता घटेगी।
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यात्रा में सस्ता विकल्प – मेट्रो किराया स्थिर रखने की योजना।
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नए रोजगार के अवसर – ग्रीन एनर्जी सेक्टर में नौकरियाँ बढ़ेंगी।
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वैश्विक छवि – भारत को दुनिया में पर्यावरण–अनुकूल देशों की सूची में मज़बूत पहचान मिलेगी।
🔍 विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि यह योजना न केवल शहरी क्षेत्रों में प्रदूषण कम करेगी बल्कि आने वाले वर्षों में यह भारत को ग्रीन मोबिलिटी का वैश्विक केंद्र भी बना सकती है।