भारत ने सितंबर 2025 में सोना और चांदी का आयात अगस्त की तुलना में लगभग दोगुना कर दिया है। यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर थीं। इस कदम ने विशेषज्ञों को चौंका दिया है, क्योंकि महंगे दामों के बावजूद भारतीय बाजार में इनकी मांग लगातार तेज़ बनी हुई है।
त्योहारों से पहले बढ़ी मांग
भारत में अक्टूबर-नवंबर का महीना त्योहारों का मौसम होता है। नवरात्रि, धनतेरस और दिवाली जैसे त्योहारों के दौरान परंपरागत रूप से सोना और चांदी की खपत काफी बढ़ जाती है। यही वजह है कि ज्वेलरी उद्योग, आयातक और बैंक पहले से ही इनकी बड़ी मात्रा में खरीद कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार आयात में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण त्योहारों के साथ-साथ शादी का सीजन भी है।
कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें हाल के महीनों में लगातार बढ़ी हैं। सितंबर 2025 में सोना 2,400 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच गया था, जबकि चांदी की कीमत भी 30 डॉलर प्रति औंस के करीब रही। इसके बावजूद भारत में आयात बढ़ना इस बात का सबूत है कि यहाँ सोने और चांदी को सिर्फ आभूषण के रूप में नहीं, बल्कि एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven Asset) के तौर पर भी देखा जाता है।
अर्थव्यवस्था पर असर
इतना बड़ा आयात भारत के वाणिज्य घाटे (Trade Deficit) को प्रभावित कर सकता है।
* ज्यादा आयात का मतलब है कि विदेशी मुद्रा (डॉलर) की खपत बढ़ेगी।
* इससे रुपये पर दबाव आ सकता है और मुद्रा की कीमत डॉलर के मुकाबले कमजोर हो सकती है।
* सरकार को हो सकता है भविष्य में सोने के आयात पर नए नियम या टैक्स लगाने पड़ें, ताकि घाटे को नियंत्रित किया जा सके।
विशेषज्ञों की राय
आर्थिक जानकार मानते हैं कि यह ट्रेंड भारतीय उपभोक्ता व्यवहार को दर्शाता है। लोग महंगाई और अनिश्चितता के दौर में भी सोना-चांदी खरीदने से पीछे नहीं हटते। एक ज्वेलरी एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा, “त्योहारों से पहले सोने की डिमांड इतनी बढ़ जाती है कि व्यापारी अंतरराष्ट्रीय कीमतों की परवाह नहीं करते। उपभोक्ताओं को चाहिए सोना, और वो खरीद कर ही रहते हैं।”
आगे क्या?
त्योहारों के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सोने-चांदी की मांग स्थिर रहती है या फिर कीमतों के चलते इसमें गिरावट आती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई देशों में आर्थिक सुस्ती और भू-राजनीतिक तनाव की वजह से सोना-चांदी की कीमतें ऊँची बनी रह सकती हैं।