पटना पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड रैकेट का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह फर्जी कॉल सेंटर चलाकर लोगों को बैंक अधिकारी बनकर ठगता था। शुरुआती जांच में पता चला है कि पिछले 6 महीनों में इन्होंने करीब 50 लाख रुपये की ठगी की है।
🕵️ कैसे काम करता था गिरोह
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आरोपियों ने शहर के एक अपार्टमेंट से फर्जी कॉल सेंटर बना रखा था।
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ये लोग खुद को बैंक/इंश्योरेंस कंपनी का अधिकारी बताकर ग्राहकों को फोन करते और KYC अपडेट, कार्ड ब्लॉक या लोन ऑफर के नाम पर उनके बैंक डिटेल्स लेते थे।
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प्राप्त OTP के जरिए खातों से रकम निकाल ली जाती थी।
🚨 गिरफ्तारी और जब्त सामान
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पुलिस ने छापेमारी कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से 15 मोबाइल फोन, 20 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड और 5 लैपटॉप बरामद हुए।
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गिरोह का मास्टरमाइंड फिलहाल फरार है और उसकी तलाश जारी है।
📢 पुलिस की अपील
पटना एसएसपी ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल पर अपनी बैंकिंग जानकारी साझा न करें।
उन्होंने बताया कि इस मामले में 50 से ज्यादा पीड़ित अब तक सामने आ चुके हैं और संख्या और बढ़ सकती है।
⚠️ बढ़ता साइबर क्राइम
पिछले कुछ सालों में बिहार और झारखंड में साइबर फ्रॉड तेजी से बढ़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़ने के साथ ही अपराधियों ने भी अपने तरीके बदल लिए हैं, जिससे आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।