आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग जहां फिल्म निर्माण और म्यूज़िक इंडस्ट्री में नए अवसर लेकर आया है, वहीं इसने कई विवाद भी खड़े किए हैं। हाल ही में इसका बड़ा उदाहरण सामने आया जब YouTube ने सैकड़ों AI-जनरेटेड बॉलीवुड वीडियो हटाए, जिनमें मशहूर फिल्म सितारों की छवियों का ग़लत इस्तेमाल किया गया था।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
-
इन वीडियो में खासकर अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन के चेहरे को AI टूल्स के ज़रिये एडिट किया गया था।
-
चैनल “AI Bollywood Ishq” ने ऐसे 259 वीडियो पोस्ट किए, जिन्हें मिलाकर 1.6 करोड़ से ज़्यादा बार देखा गया।
-
कई वीडियो में अभिषेक और ऐश्वर्या को उन दृश्यों में दिखाया गया जो असल में कभी फिल्माए ही नहीं गए थे।
-
इसी तरह अन्य सितारों — सलमान खान, करीना कपूर और दीपिका पादुकोण — के नाम का भी इस्तेमाल किया गया।
बच्चन परिवार का रुख
बच्चन परिवार ने इसे छवि का हनन और निजता का उल्लंघन बताया।
-
उन्होंने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की, जिसमें कहा गया कि बिना अनुमति के उनकी तस्वीरें, आवाज़ और नाम का AI मॉडलिंग में इस्तेमाल किया गया।
-
अभिषेक बच्चन के वकीलों का कहना है कि यह न केवल कॉपीराइट उल्लंघन है बल्कि पब्लिसिटी राइट्स का भी हनन है।
-
ऐश्वर्या राय ने इसे "डिजिटल शोषण" करार दिया और कहा कि यदि इसे नहीं रोका गया तो AI कंटेंट से अभिनेताओं की असली पहचान ही खतरे में पड़ जाएगी।
YouTube और Google का जवाब
-
YouTube ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चैनल को ब्लॉक किया और वीडियो हटा दिए।
-
Google ने कहा कि वह “Misleading और Harmful Content” के खिलाफ अपनी नीति पर अडिग है।
-
कंपनी ने यह भी माना कि AI का दुरुपयोग रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे।
बॉलीवुड में AI का खतरा
AI के इस तरह के इस्तेमाल ने फिल्म इंडस्ट्री में नई बहस छेड़ दी है।
-
निर्माता और निर्देशक चिंतित हैं कि बिना इजाज़त सितारों की छवियाँ इस्तेमाल कर Fake Scenes और Stories बनाए जा रहे हैं।
-
कई सितारों ने कहा कि इससे उनकी बाज़ार वैल्यू और ब्रांड इमेज प्रभावित होती है।
-
कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में अब “डिजिटल पर्सनालिटी राइट्स” पर स्पष्ट क़ानून लाना ज़रूरी हो गया है।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
-
सोशल मीडिया पर #StopAIAbuse और #JusticeForBollywoodStars ट्रेंड करने लगे।
-
दर्शकों ने लिखा कि ऐसे वीडियो भ्रामक होते हैं और बच्चों पर गलत असर डालते हैं।
-
वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि AI क्रिएटिविटी को खत्म नहीं करना चाहिए, बल्कि इसका सही इस्तेमाल होना चाहिए।
आगे की राह
-
बच्चन परिवार का मुकदमा अब AI कंटेंट रेगुलेशन का टेस्ट केस बन सकता है।
-
अगर कोर्ट ने बच्चन परिवार के पक्ष में फैसला दिया, तो यह आने वाले समय में भारत में AI कंटेंट के लिए सख्त गाइडलाइंस तय करेगा।
-
YouTube और अन्य प्लेटफ़ॉर्म पर अब हर अपलोड को AI-चेक से गुजरना पड़ सकता है।