11 अक्टूबर 2025 | Devbhumi Dwarka, गुजरात / Devbhumi Dwarka जिला पुलिस ने संयुक्त अभियान में महाकाल गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गैंग कई गंभीर अपराधों में लिप्त था, जैसे कि बदनामी, जबरन वसूली, हत्या की कोशिश और अवैध धन उगाहना। गिरफ्तार किए गए सदस्यों के खिलाफ कुल 28 मामले दर्ज हैं।
📌 गैंग की रचना और कार्यप्रणाली
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गैंग का नेतृत्व किशनभा मणेकर (24 वर्ष) और मेहुल उर्फ भूरो पर्मार (19 वर्ष) कर रहे थे, जो मेवासा गाँव से संबंध रखते हैं।
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गैंग ने 2022 से सक्रियता बनाये रखी और इसके सदस्य अवैध वसूली, उत्पीड़न, विस्फोट और प्रतिबंधित गतिविधियों में शामिल थे।
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गिरफ्तार आरोपियों में करनभा कारा, उमेशभा मणे, कनैया उर्फ कानो हाथिया, एभ्भा सुमनिया और दीपुभा सुमनिया शामिल हैं।
👮♂️ पुलिस की कार्रवाई और आगे की जाँच
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गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, और उन्हें 14 अक्टूबर तक पुलिस हिरासत दी गई है।
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पुलिस ने गैंग से जुड़े 28 आपराधिक मामलों की सूची तैयार की है, जिसमें शामिल हैं:
• हत्या की कोशिश
• जबरन वसूली
• अवैध धन उगाहना
• सामाजिक अपराध
• सार्वजनिक Ordnung उल्लंघन -
पुलिस का कहना है कि यह गैंग कई ग्राम पंचायतों में सक्रिय थी और उन्होंने अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए स्थानीय दबदबे और भय का सहारा लिया।
🗣️ पुलिस का बयान
Devbhumi Dwarka के पुलिस अधीक्षक ने बताया:
“महाकाल गैंग की सक्रियता को लेकर हमें पहले से कई शिकायतें मिली थीं। आज की यह कार्रवाई उन शिकायतों का नतीजा है। गिरफ्तार सदस्यों से पूरे नेटवर्क की बारीकी से जाँच की जाएगी।”
⚖️ सामाजिक प्रभाव और चुनौतियाँ
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ग्रामीण इलाकों में ऐसी गैंगों का डर आम जनता पर भारी पड़ता है, जो न्यायपालिका और पुलिस की कमजोर पहुँच का फ़ायदा करती हैं।
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इस गिरफ्तारी से उम्मीद है कि अन्य सामाजिक अपराधों में भी नियंत्रण संभव हो सकेगा।
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पुलिस को यह सबूत जुटाने होंगे कि गैंग किस तरह से अपने क्रिमिनल नेटवर्क को फैला रही थी, और उसका सम्बन्ध अन्य गुंडागर्दी, विधानसभा अपराधों से है या नहीं।