📍 नई दिल्ली | 10 अक्टूबर 2025 | भारतीय रुपये ने शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले मजबूती दर्ज की और 1 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुँच गया। यह सुधार भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मुद्रा बाज़ार में सक्रिय दखलअंदाजी और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में डॉलर की रफ्तार धीमी होने के कारण देखने को मिला।
विदेशी मुद्रा डीलरों के अनुसार, रुपया शुक्रवार सुबह 83.20 प्रति डॉलर के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले सप्ताह की तुलना में बेहतर है। विशेषज्ञों का कहना है कि RBI की सतर्क नीति, आयातकों द्वारा डॉलर की कम माँग और विदेशी निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ने रुपये को मजबूती दी है।
📊 RBI की रणनीति और वैश्विक असर
RBI लगातार "डॉलर सेलिंग" इंटरवेंशन के ज़रिए रुपये को सपोर्ट करता रहा है।
अमेरिका की ब्याज दरों को लेकर बने अनिश्चित माहौल ने भी डॉलर की गति को प्रभावित किया है।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) में सकारात्मक रुझान भारत के वित्तीय बाज़ार को समर्थन दे रहा है।
🌐 अंतरराष्ट्रीय स्थिति
अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में डॉलर सूचकांक हल्की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। इस बीच कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता और एशियाई बाज़ारों से मिले संकेत भी रुपये के पक्ष में रहे।
🗣️ विशेषज्ञों की राय
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि अगर डॉलर की स्थिति नियंत्रण में रही और विदेशी निवेश प्रवाह जारी रहा तो आने वाले दिनों में रुपया और भी मजबूत हो सकता है। हालाँकि, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और तेल कीमतें अभी भी चुनौती बनी हुई हैं।