Tata Capital ने एंकर निवेशकों से जुटाए ₹4,642 करोड़, IPO 6 अक्टूबर से खुलेगा

भारत की जानी-मानी नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी Tata Capital ने अपने बहुप्रतीक्षित आईपीओ (Initial Public Offering) से पहले एंकर निवेशकों से ₹4,642 करोड़ जुटाए हैं। इसे 2025 के सबसे बड़े IPO लॉन्च में से एक माना जा रहा है।


कौन-कौन बने एंकर निवेशक?

  • इस एंकर निवेश बुक में सबसे बड़ा हिस्सा LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) का है, जिसने ₹700 करोड़ का निवेश किया है।

  • नॉर्वे का स्वेरन वेल्थ फंड को ₹125 करोड़ के शेयर आवंटित किए गए।

  • भारत के बड़े म्यूचुअल फंड्स जैसे ICICI Prudential, HDFC Mutual Fund, Motilal Oswal, Nippon Life ने भी मजबूत भागीदारी दिखाई है।

  • आंकड़ों के अनुसार, एंकर निवेशकों को कुल मिलाकर IPO शेयरों का लगभग 30% हिस्सा दिया जाएगा।


IPO की रूपरेखा

  • Tata Capital का IPO 6 अक्टूबर 2025 को खुलेगा और 8 अक्टूबर 2025 को बंद होगा।

  • कंपनी के शेयर 13 अक्टूबर 2025 को शेयर बाज़ार में सूचीबद्ध होंगे।

  • IPO में कुल 475.8 मिलियन शेयर पेश किए जाएंगे।

    • इसमें से 210 मिलियन नए शेयर Tata Capital द्वारा जारी होंगे।

    • शेष 265.8 मिलियन शेयर मौजूदा हिस्सेदारी धारकों (जैसे Tata Sons और IFC) द्वारा बेचे जाएंगे।


IPO से क्या होगा फायदा?

  • इस IPO से जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल Tata Capital अपने कैपिटल बेस को मजबूत करने, कर्ज चुकाने और विस्तार योजनाओं में करेगी।

  • NBFC सेक्टर में तेजी से बढ़ते कम्पटीशन के बीच यह कदम कंपनी को लोन और कंज्यूमर फाइनेंस सेक्टर में और आक्रामक बनाएगा।

  • विशेषज्ञों का मानना है कि Tata Capital की ब्रांड वैल्यू और टाटा ग्रुप की प्रतिष्ठा के कारण यह IPO निवेशकों के लिए आकर्षक रहेगा।

 

निवेशकों की राय

  • मार्केट विश्लेषकों के अनुसार, Tata Capital का IPO लंबे समय के निवेशकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।

  • चूंकि NBFC सेक्टर में ग्राहकों की मांग और क्रेडिट ग्रोथ लगातार बढ़ रही है, इसलिए कंपनी को आने वाले वर्षों में फायदा मिलेगा।

  • हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि वैश्विक ब्याज दरों और NBFC रेग्युलेशन में बदलाव पर नजर रखना ज़रूरी होगा।


IPO का महत्व

यह IPO सिर्फ Tata Capital के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे भारतीय वित्तीय बाज़ार के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है। 2025 में अब तक का यह सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर IPO बन सकता है।