दिल्ली में प्रदूषण को कम करने और ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए लोग तेजी से इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की ओर रुख कर रहे हैं। परिवहन विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 1 साल में दिल्ली में EV रजिस्ट्रेशन में 85% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
हालांकि, EV चार्जिंग स्टेशनों की कमी अभी भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। राजधानी में वर्तमान में 1,200 सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन हैं, जबकि विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती मांग को देखते हुए अगले 2 सालों में यह संख्या कम से कम 5,000 तक होनी चाहिए।
सरकार ने नए बजट में EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर ज़ोर देने की घोषणा की है। साथ ही निजी कंपनियाँ भी अब इस सेक्टर में निवेश कर रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि चार्जिंग स्टेशनों की संख्या समय पर बढ़ाई गई, तो दिल्ली भारत का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन हब बन सकता है।